परन्तु वो सर रिचर्ड बर्टन जो उनसे १ शताब्दी पहले हुए थे
3.
प्रख्यात अँग्रेज लेखक सर रिचर्ड बर्टन (1821-1890) एक हरफन मौला यात्री भी था।
4.
किन्तु एक जिज्ञासु अंग्रेज सर रिचर्ड बर्टन ने इसका अंग्रेजी में अनुवाद कर सारी दुनिया में पहुँचा दिया।
5.
इस शब्द को सर रिचर्ड बर्टन द्वारा गढ़ा गया था, और मानसिक क्षमताओं की जानकारी देने के लिए ड्यूक विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक जे.बी. राइन द्वारा इसे अपनाया गया था, जैसे टेलिपैथी और पेशनीगोई, और उनकी निरूपित संक्रीया जैसे पूर्व बोध या पूर्वव्यापी बोध.
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इस शब्द को सर रिचर्ड बर्टन द्वारा गढ़ा गया था, [तथ्य वांछित] और मानसिक क्षमताओं की जानकारी देने के लिए ड्यूक विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक जे.बी. राइन द्वारा इसे अपनाया गया था, जैसे टेलिपैथी और पेशनीगोई, और उनकी निरूपित संक्रीया जैसे पूर्व बोध या पूर्वव्यापी बोध.
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इस शब्द को सर रिचर्ड बर्टन द्वारा गढ़ा गया था, [तथ्य वांछित] और मानसिक क्षमताओं की जानकारी देने के लिए ड्यूक विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक जे.बी. राइन द्वारा इसे अपनाया गया था, जैसे टेलिपैथी और पेशनीगोई, और उनकी निरूपित संक्रीया जैसे पूर्व बोध या पूर्वव्यापी बोध.